रक्तदान करें और स्वस्थ रहें (Donate your Blood and be Healthy)
रक्तदान करें और स्वस्थ रहें (Donate your Blood and be Healthy)
हमारे देश में प्रतिवर्ष लाखों एक्सीडेंट होते हैं और उनमें हजारों ऐसे इमरजेंसी के मरीज होते हैं, जिन्हें वक्त पर रक्त मिल जाये तो उनकी जान बच सकती है। इसी प्रकार अनेकों ऐसी बीमारियां हैं, जिनमें भी रक्त देकर मरीज की जान बचाई जा सकती है। हमारे देश में थैलेसिमिया रोग से ग्रसित बच्चों की तादाद भी पर्याप्त है। इस रोग के रोगी को रक्त बार-बार देना पड़ता है।यदि देश की आधी जनसंख्या प्रतिवर्ष एक बार रक्तदान का निर्णय ले ले, तो बहुत सी जानें बचाई जा सकती हैं। रक्तदान से सम्बन्धित अनेकों जानकारियां हमें डॉ. यदुनाथ सिंह जी ने दी हैं, जो हम यहां दे रहे हैं--
रक्तदान जरूर करें
आमतौर पर जनमानस में यह सोच फैली हुई है कि रक्तदान करने से कमजोरी आती है और उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है, परन्तु ऐसा बिल्कुल नहीं है। स्वस्थ मनुष्य के शरीर में लगभग 5 से 6 लीटर तक रक्त रहता है। मेडिकल साइन्स के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है। एक बार में मात्र 300 मि.ली. रक्त ही लिया जाता है और शरीर इस रक्त की पूर्ति दो से तीन दिन में कर लेता है।
- रक्तदान करने से शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं पुनः तेजी से बनने लगती हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा अधिक रहती है और शरीर में स्फूर्ति पैदा होती है।
- रक्तदान करते रहने से शरीर में बह रहा रक्त फिल्टर होता रहता है और इससे हार्ट अटैक की सम्भावना 5 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
- रक्तदान करते रहने से बोनमैरो (अस्थिमज्जा) लगातार क्रियाशील बना रहता है और अस्थिमज्जा से सम्बन्धित बीमारी कम होती है।
- रक्तदान के पश्चात् मन में शान्ति का अनुभव होता है। मन में ख्याल आता है कि भविष्य में हम भी किसी के काम आ सकेंगे।
- रक्तदानकर्ता को जरूरत पड़ने पर डोनर कार्ड मिल जाता है। आवश्यकता पड़ने पर उसके बदले ब्लड बैंक से रक्त मिल जाता है।
- 18 से 65 वर्ष का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।
- जिसका वजन 45 किलो से ऊपर हो तथा रक्त में हीमोग्लोबिन 12 से अधिक हो।
- पिछले तीन वर्षों से पीलिया या कोई बड़ा आपरेशन न हुआ हो तथा कोई एन्टीबायोटिक न ले रहा हो।
- स्वस्थ रक्तदानकर्ता वर्ष में अधिकतम चार बार रक्तदान कर सकता है।
- स्वस्थ महिलाएं मासिक धर्म का समय छोड़कर रक्तदान कर सकती हैं।
नोटः रक्तदान करके जहां हम एक अच्छा पुनीत कार्य करते हैं, किसी की जान बचाने में सहायक बनते हैं, वहीं अपने शरीर के रक्त की सफाई भी करते हैं, क्योंकि जब पुराना रक्त हम दान करते हैं, तो हमारा शरीर नया रक्त पुनः उत्पादित कर लेता है। इससे हमारा शरीर ज्यादा स्वस्थ और फुर्तीला रहता है।
advantage of blood donation, disadvantages of donating blood, use of blood donation, blood donation essay, what to eat after donating blood, blood donation requirements for females, benefits of donating plasma, giving blood weight
कोई टिप्पणी नहीं