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प्रोटीन, Protein

प्रोटीन, Protein

प्रोटीन, Protein

प्रोटीन एक जैविक यौगिक है, जो मानव शरीर के लिए स्थूल पोषक तत्त्व है। यह ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बन और सल्फर जैसे तत्त्वों से मिलकर बना होता है। हमारे शरीर में पानी की मात्रा अधिक होती है और पानी के बाद दूसरे नम्बर पर प्रोटीन ही ऐसा यौगिक है, जो शरीर में अधिक मात्रा में उपयोग होता है।
प्रोटीन हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है यह कोशिकाओं को बनाने और सुधारने में भी सहयोगी है। यह ऊर्जा का महत्त्वपूर्ण स्रोत है। हमारे शरीर के लिए आवश्यक स्थूल पोषक तत्व के रूप में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट जैसे तत्व है।

शरीर में प्रोटीन की कमी के कारणः
समय पर सन्तुलित पौष्टिक आहार का न लेना।
जंकफूड, पेप्सी, कोकाकोला जैसे सॉफ्ट ड्रिंक, चाय, काफी के अधिक सेवन से भूख न लगना।
शराब, गांजा, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन लीवर को खराब करता है, उस कारण भूख कम लगती है।

प्रोटीन की कमी से होने वाली परेशानियांः
प्रोटीन की कमी से व्यक्ति में भूख को नियंत्रित करने की क्षमता कम होती है, तनाव बढ़ता है, वजन बढ़ने लगता है, शरीर की कार्य प्रणाली अव्यवस्थित हो जाती है। मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती है। ऊतकों का निर्माण प्रभावित होने लगता है। बालों और त्वचा की परेशानी बढ़ने लगती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है। हड्डियां, लिंगामेन्टस, ऊतक कमजोर होने लगते है। शरीर में पाये जाने वाले रसायन, हार्मोन्स, न्यूरोट्रान्समीटर और एंजाइम का सन्तुलन बिगड़ने लगता है।

प्रोटीन आपके लिए कितना आावश्यक हैः
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक तत्त्व है, यह हमारे शरीर की मरम्मत का कार्य करता है तथा कोशिकाओं के निर्माण का भी कार्य करता है। समस्त शरीर की आवश्यकता की कुल कैलोरी (ऊर्जा) का 25 से 35 प्रतिशत तक प्रोटीन से पूर्ति होनी चाहिए। एक ग्राम प्रोटीन में 4 कैलोरी होती हैं। अगर कोई व्यक्ति 2000 कैलोरी का प्रतिदिन सेवन करता है, तो उसे लगभग 600 कैलोरी प्रोटीन से मिलनी चाहिए।

ज्यादा प्रोटीन सेवन के नुकसान
प्रोटीन के ज्यादा सेवन से मूत्र में पी एच बैलेंस का बिगड़ना, किडनी से सम्बन्धित रोग जैसे पथरी बनने का खतरा, शरीर में कीटोन की मात्रा का बढ़ना, जो एक विशैला पदार्थ है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना, हृदयरोग व स्ट्रोक का बढ़ना हो सकता है।

प्रोटीन के अच्छे स्रोतः
सोयाबीन या सोयाबीन से बने पदार्थ, दूध या दूध से बने पदार्थ, साबुत अनाज, दालें-राजमा, मूंग, अरहर, काजू, बादाम, कद्दू के बीज, सीसम आदि में अधिक मात्रा में पाया जाता है।

प्रोटीन सप्लीमेन्ट्स के सेवन समय सावधानियांः
जहां तक हो सके तो प्राकृतिक रूप से उपलब्ध प्रोटीन से ही शरीर की आवश्यकता की प्रर्ति करें और अगर बाहर से लेने की जरूरत पड़े, तो डॉक्टर की सलाह पर ही लें।

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