हम बीमार क्यों होते हैं
हम बीमार क्यों होते हैं, Ham beemar kyo hote hai
इससे ज्यादा खास बात मिलावटी दूध, दही, घी, पनीर, खोया, मिठाई आदि का मिलना, गेंहूँ, चना, दालों की उपज बढ़ाने हेतु यूरिया आदि अनेकों रासायनिक खादों का ज्यादा मात्रा में उपयोग, हरी सब्जियों की पैदावार बढ़ाने हेतु हार्मोन्स के इंजेक्सन लगाकर उनका साइज बढ़ाना आदि ढेर सारे कारण हैं। इसके साथ ही ज्यादातर कार्य कुर्सी पर बैठ कर ही करना, योगासन या प्राणायाम बिल्कुल नहीं करना जिससे आमासय पूर्णरुपेण कार्य नहीं कर पाता है और अपच, एसीडिटी, कब्ज आदि अनेकों बीमारियां जन्म लेती हैं।
मांस और शराब जैसी अनेकों घातक चीजों का सेवन करना अर्थात जिस जीवधारी का मांस हम भक्षण करते हैं उसके रोगों के कीटाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर रोग पैदा करते हैं। इसके साथ ही हमारे धर्मग्रंथ यह बताते हैं कि पूर्व जन्मकृत किये गये पापकर्मों का फल ब्याधि रूप में उपस्थित होकर कष्ट देता है, जैसे प्राकृतिक आपदायें, अनजाने रोग, वंशानुगत रोग, दुर्घटनायें, जिन्हें हम रोक नहीं सकते हैं, इन्हें तो हमें धैर्यपूर्वक स्वीकार करना ही पड़ेगा। इसलिये हम जीवन में किसी भी जीव की हत्या, मांस भक्षण, किसी को गलत रूप से सताना, शराब अदि घातक नशों से बचना, जिससे इनके दुष्कर्मों के फलस्वरुप दारुण रोग एवं पीड़ा से बच सकें।
Ham beemar kyo hote hai, Our routine, daily life, health facts, rules and regulation of ayurved and health, disease free life, reasons of illness, our body and health, less food
कोई टिप्पणी नहीं