होठों में दरार व पैरों में बिवाई
होठों में दरार व पैरों में बिवाई (crake in lips and heel)
अक्सर देखा गया है कि अधिकांश स्त्री पुरुषों के पैर व होंठ हर मौसम में फटते हैं। होंठों से ब्लड आता है। उनकी चाहे जितनी देखभाल करो फिर फटते हैं उसकी वजह से चेहरे की सुन्दरता कम हो जाती है। यहपेरशानी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में होती है, इसी प्रकार पैरों का फटना भी आम बात है, पैरों में मोटी-मोटी दरादे पड़ जाती हैं, उनसे ब्लड भी आने लगता है, चलने में दर्द होता है, पैर देखने में बदसूरत भी लगते हैं। अनेकों तरह की क्रेक क्रीम भी लगाते हैं उनका असर जब तक क्रीमों का उपयोग करते हैं तभी तक दिखता है, इसके बाद वापस फिर से फटने लगते हैं या फिर जूते ज्यादा से ज्यादा पहने रहें तो पैरों का फटना कम हो जाता है। पुरुष वर्ग तो ज्यादा से ज्यादा जूते पहने रह सकता है, परन्तु महिलाएं तो ज्यादातर चप्पल ही पहनती हैं इसी कारण महिलाओं में पैर फटने की स्थिति ज्यादा निर्मित होती है।
इन सबका कारण शरीर में कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नेशियम की कमी होना है। आप अपने खाने में ऐसे फल, सब्जियों का उपयोग ज्यादा करें जिससे इन तत्वों की पूर्ति हो सके। इसके साथ ही आपके शरीर में पानी की कमी भी होठों तथा पैरों के फटने का कारण हो सकती है प्रतिदिन 4-5 लीटर पानी अवश्य पियें, पानी को एक बार में पीने की कोशिश न करें। सुबह बिस्तर से उठने के बाद मुंह को साफ करके दो गिलास पानी पिये, इसके बाद हाजत के लिए जायें, इससे आपका पेट अच्छी तरह साफ होगा और कब्ज की शिकायत भी दूर होगी।
खाने में आधे घंटे बाद पानी पियें, इसके अलावा दिन में अनेक बार एक-एक गिलास पानी पिये, इससे पानी की पूर्ति बराबर रहेगी, यूरिन ज्यादा जायेगे तो गुर्दे भी साफ होते रहेंगे व शरीर से दूषित तत्व भी निकलते रहेंगे। टमाटर, पपीता, सलजम, चुकन्दर, खीरा, ककड़ी या मौसम के अनुसार होने वाली सब्जियां अवश्य खायें। मौसमी फलों का सेवन भी करें। गाय का घी या कोई तेल जो उपलब्ध हो उसे प्रतिदिन सुबह एवं रात्रि में सोते समय नाभि में अवश्य लगायें। इससे होठों का फटना सही होता है और ऐड़िया भी कम फटती हैं।
शहद के छत्ते से निकली मोम 50 ग्राम, पीली राल 10 ग्राम, सरसों या तिल का तेल 100 ग्राम इन सबको मिलाकर आग में गरम करें, जब यह आपस में मिल जायें तो आग से उतार कर किसी स्टील की छन्नी से छानकर एक बर्तन में रख लें, जब यह ठंडा हो जाये तो पैरों को अच्छी तरह से साफ करके रात्रि में सोते समय मलहम को लगाकर ऊपर से मोजा पहनकर सो जायें प्रतिदिन रात्रि में सोते समय इस मलहम को लगातार लगायें, इससे जल्दी ही पैरों की विवाईयां सही होने लगती हैं और पैर सुन्दर बन जायेंगे। पैरों से ब्लड आना भी बन्द हो जायेगा। इस मलहम को होंठों में भी लगाना चाहिये, इससे होंठ सही होते हैं।
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