Header Ads

कब्ज रोग एवं उपचारः

Treatment of Constipation


कब्ज रोग एवं उपचार (Treatment of Constipation)

कब्ज शरीर के समस्त रोगों की जड़ है। कब्ज का संबंध पाचनक्रिया से है। जो भोजन हम करते हैं, उसका सही ढंग से न पचना, आंतों में फंसा रह जाना, जिसकी वजह से गैस बनना, पेट में दर्द रहना, मिचली आना, शौच जाने
में समय लगना एवं नित्य पेट साफ न होना, दिन में तीन चार बार शौच जाना, पेट गुडगुडा़ना, बदबूदार गैस निकलना और खट्टी डकारें आना आदि अनेकों परेशानियां पैदा हो जाती हैं, जिससे नये-नये रोगों की उत्पत्ति होती है। नीचे कब्ज रोग दूर करने हेतु कुछ नुस्खे दिए जा रहे हैं,

1-त्रिफला (हर्र, बहेड़ा, आंवला) तीनों समान मात्रा में कूट पीसकर रख लें। 3 ग्राम से 5 ग्राम तक की मात्रा रात्रि में सोते समय गुनगुने पानी के साथ लें। लगातार कुछ दिनों तक लेने से लाभ अवश्य होगा। साथ ही रात्रि में तांबे के पात्र में पानी रख लें एवं सुबह उसे पी लें। इसके दस मिनट बाद शौच जायें, आराम से पेट साफ होगा।

2-पंसारी के यहां से छोटी हरड़ ले लें। प्रतिदिन कम से कम एक हरड़ अवश्य चूसें, चूस कर ही यह पेट में जाये। लगातार कुछ दिन इसका प्रयोग करने पर हर तरह की कब्ज दूर होती है।

3-  त्रिफला 25 ग्राम, सौंफ 25 ग्राम, सोंठ 5 ग्राम, बादाम 50 ग्राम, मिश्री 20 ग्राम और गुलाब के फूल 50 ग्राम लें। सभी को कूट-पीसकर एक शीशी में रख लें। रात्रि में सोते समय 5 से 7 ग्राम तक दवा दूध या शहद के साथ लें। यह नुस्खा अपने आपमें चमत्कारी है। इस नुस्खे से आंतों की खुश्की का डर नहीं रहता है और न ही कमजोरी का।

नोटः-जिन्हें कब्ज की शिकायत हो, वे ध्यान दें, गरिष्ठ-तली चीजें, उरद आदि का सेवन कम मात्रा में करें। गेहूं का आटा ज्यादा महीन न पिसायें और चोकर नहीं निकालें। गेहूं का आठवां हिस्सा चना मिला आटे की रोटी का सेवन करें। थोड़ा मेहनत या योग आदि जरूर करें। पानी ज्यादा से ज्यादा पियें, लाभ होगा।

acidity, constipation, Harad, kabj, Trifala,

कोई टिप्पणी नहीं

Featured Post

dfli के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.