कैंसर को न्योता देता है धूम्रपान
कैंसर को न्योता देता है धूम्रपान (Smoking is invited to Cancer)
कहीं आप धूम्रपान या तम्बाकू का सेवन तो नहीं करते हैं, अगर हाँ तो आप तैयार हो जाइये कैंसर जैसे महाभयानक रोग के स्वागत के लिए, जो आपसे आपका सुख, चैन, शरीर, धन एवं परिवार की खुशियां छीन लेगातथा आपके व आपके परिवार में तकलीफों की झड़ी लगा देगा।
भारत में हर साल लगभग 200000 लोग धूम्रपान व तम्बाकू सेवन से होने वाले कैंसर के शिकार होते हैं। प्रतिदिन लगभग 2000 लोग तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियों की वजह से अपनी जान गवांते हैं। तम्बाकू को आप चाहे मुंह से खाये या बीड़ी, सिगरेट के माध्यम से धूम्रपान करें, दोनों ही कैंसर के जनक हैं।
कैंसर होने के कारण
1- लगभग 35 प्रतिशत कैंसर धूम्रपान व मुख द्वारा तम्बाकू सेवन की वजह से होते हैं।2- तम्बाकू सेवन से मुंह, अन्न नलिका, पेट, मूत्राशय, गुर्दा और गर्भाशय का कैंसर हो सकता है।
3- धूम्रपान से नाक, स्वरयंत्र, फेफड़े का कैंसर हो सकता है।
4- धूम्रपान वह चाहे बीडी, सिगरेट हो या गांजा, चरस, अफीम हो यह सभी अतिघातक है।
5- आजकल कई कम्पनियां कुछ सिगरेटों को कम नुकसान दायक बतलाती हैं, परन्तु कोई भी सिगरेट चाहे वह फिल्टर्ड, इम्पोर्टेड, कम टार या कम निकोटिन वाली या अन्य अलग तरह की सिगरेट हो, सभी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है और कैंसर को जन्म देने में सहायक होती है।
6- पान, गुटखा, सुंघनी/नसवार या दंत मंजन जिसमें तम्बाकू की मात्रा मिली रहती है वह सभी कैंसर के पोषक हैं। शरीर को हानि पहुंचाते हैं।
मुख कैंसर के प्रारम्भिक लक्षण
1- मुख में सफेद छाले हो जाना जो जल्दी ठीक नहीं होते हैं यह छाले मुंह में तम्बाकू रखने वाली जगह में होते हैं और यही आगे चलकर कैंसर का रूप लेते हैं।2- मुख में लाल छाले उत्पन्न होना जो मुख में कहीं भी उत्पन्न हो सकते हैं और जल्दी ठीक नहीं होते हैं, इन्हें भी समय रहते किसी डॉक्टर से चेक करवा लेना चाहिये।
3- मुख के पूरी तरह से खुलने में दिक्कत आना
4- यह छाले या जख्म अक्सर दर्द नहीं करते हैं परन्तु धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं जो आगे चलकर कैंसर का रूप ले सकते हैं।
इसके अलावा अगर आप धूम्रपान या तम्बाकू का सेवन नहीं करते हैं तब भी समय-समय पर अपने मुख की जांच स्वयं करें और ध्यान दें कि किसी तरह के घाव या छाले तो नहीं हैं जो ठीक नहीं हो रहे हैं अगर ऐसा है तो किसी अच्छे डॉक्टर से मिले और अगर हो सके तो प्रतिवर्ष मुख व पूरे शरीर की जाँच जरूर करवायें लारिगोस्कोपी से डॉक्टर आपके स्वर यंत्र की जांच करता है और अगर कोई जगह लगती है कि यह कैंसर की वजह से परेशानी है तो डॉक्टर बायोप्सी जांच करवाकर निश्चित करता है कि आपको कैंसर है या नहीं।
अतः कभी भी धूम्रपान, गुटखा, तम्बाकू का सेवन नहीं करना चाहिये और इस तरह के सेवन करने वाले भाइयों व बहिनों को इनके दुर्गुणों के बारे में बताना चाहिये।
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